सोमवार, 23 जुलाई 2018

किन्नर -36-3

गतांक से आगे...

भारत में मुग़ल सल्तनत के समय में, पौरुषहीन लोगों को ख्वाजासरा अथवा उसके विरूपित शब्द खोजासरा से संबोधित किया जाता था, जोकि प्रतिष्ठित और गरिमामय संबोधन है । सामान्यतः विश्व के हर एक कोने में शैया के रक्षक अथवा हरम के रक्षक होना इनका महत्वपूर्ण कार्य है । किन्नर / बंध्याकृत पुरुष शाही हरमों के रखवाले होने के साथ ही साथ दरबार के दैनिक जीवन और प्राश्निक कार्यों में भी, मददगार देखे गये हैं  । वे सम्राट की मसाज करने जैसा कार्य भी करते थे । हेरोडोटस कहता है कि अन्य पूर्वी एशियाई लोगों की तरह से फारस के किन्नर उनकी विश्वसनीयता के लिये जाने जाते थे । महान साइरस अपने सुरक्षा कर्मियों में किन्नर भी रखता था । यह संभव है कि बेबीलोन और सीरियंस की तरह से फारस के लोगों ने भी बंध्याकरण की प्रक्रिया अपनाए रखी हो । साइरस के दरबार में पेटिसाकस एक महत्वपूर्ण किन्नर था जिसे राजा अस्त्यागस को साइरस के सम्मुख प्रस्तुत करने का दायित्व सौंपा गया था । उसकी मृत्यु के बाद उसकी जगह किन्नर बागापेटेस ने ली थी जिसे साइरस की मृत देह फारस वापस लाने का कार्य सौंपा गया था । बाद में उसे, सात वर्षों तक दारियस के मकबरे का गार्ड बना कर रखा गया था । इसी तरह से सम्राट कैम्बीसिस के दरबार में दो मशहूर किन्नर अस्पडेटस और इजाबेट्स का नामोल्लेख मिलता है । रोमन साम्राज्य में किन्नर  कार्यालयीन कार्यों के अलावा सम्राटों को जनता के शारीरिक संपर्क से शील्ड की तरह से दूर रखते थे ! सम्राटों को नहलाना, बाल काटना,कपड़े पहनाना भी इनका कार्य था । असीरियन साम्राज्य (850-622 ई.पू.) में किन्नर चिरपरिचित लोग थे । Neo-Hittite साम्राज्य (1180-700 ई.पू.) में पर्सियन अकमिनिडे के समय किन्नर बहुत शक्तिशाली हो गये थे । 559-330 ई.पू. कालीन पर्सिया में किन्नर  न्यायालय के सलाहकार  अधिकारी होते थे  रोमन सम्राटों. क्लाडियस, नीरो, विटेलियस, टाइटस ने किन्नरों को कर्मचारी नियुक्त कर रखा था । मिस्र के फिरऔन और क्लियोपेट्रा (30 ई.पू.) के शासन काल में ये लोग दरबारी हुआ करते थे और अक्सर नाबालिग राजा के संरक्षक भी। सुमेरियन शहर लगाश में ई.पू. 21 वीं शताब्दी में बंध्याकरण के संकेत मिलते हैं । वहाँ किन्नर गण धार्मिक व्यक्ति, दरबारी, गायक, सैनिक, अन्तःपुर रक्षक, घरेलू नौकर, शाही रक्षक, सरकारी अधिकारी, शाही दरबार के कर्मचारी हो सकते थे ।

अगर हम भूमध्य सागरीय देशों तथा मध्यपूर्व एशिया के राजतंत्रों की ओर देखें तो पायेंगे कि पेडासा का बालक हर्मोटीमस शत्रुओं द्वारा बंधक बना लिया गया था, जिसे पेनियोनियस को बेच दिया गया चूंकि हर्मोटीमस बहुत सुंदर था अतः उसका बंध्याकरण करके उसे सार्डीस या इफेसस को बेच दिया गया था । इसके उपरान्त सार्डीस ने उसे, अनेकों उपहार के साथ फारस के सम्राट के दरबार में पहुंचा दिया । धीरे धीरे वह जेर्ज़स के शाही खानदान, विशेष कर कुलीन बच्चों का प्रभारी बना । जब दारियस तृतीय के हरम पर सिकंदर महान के सैनिकों ने कब्ज़ा कर लिया तो किसी एक किन्नर ने जेल से भाग कर सम्राट को उसकी पत्नि की मृत्यु की सूचना दी।बेबीलोनियंस, फारस के सम्राट का धन्यवाद ज्ञापित करने के लिये, शाही दरबार को प्रतिवर्ष 500 लड़के सौंपा करते थे ताकि उन्हें किन्नर बनाया जा सके । इसके अतिरिक्त सम्राट राज्य के विरुद्ध होने वाले विद्रोहों को कुचलने के बाद सुंदर दिखने वाले लड़कों को बंध्याकृत करवा दिया करता था । सम्राट अरटाजेरेकसस प्रथम के समय में दरबार में किन्नरों का प्रभाव बढ़ गया था । जब उसके तीन पुत्रों में सिंहासन के लिये प्रतिस्पर्धा हुई तो किन्नर पफ्लागोनियन ने दारियास द्वितीय की सहायता की । अरटाजेरेकसस तृतीय के समय में बागोअस महत्वपूर्ण किन्नर कमांडर था । दारियास तृतीय ने सिकंदर महान के विरुद्ध 360 नर्तकियों और किन्नरों की मदद ली थी । 
...क्रमशः