सामान्य
काल 395 के बाद किन्नर यूट्रोपियस ने, रोम के नये सम्राट आर्केडियस का विवाह ऐलिया यूडोक्सिया से करवाने में
महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया, जबकि प्रमुख मंत्री
रुफिनस युवा किन्तु कमजोर इच्छा शक्ति वाले सम्राट से अपनी पुत्री का विवाह करवाने
का इच्छुक नहीं था । यूट्रोपियस के हस्तक्षेप से यह बाधा दूर हुई और रूफिनस का
क़त्ल कर दिया गया । इसके बाद रोमन दरबार में यूट्रोपियस का दबदबा बढ़ गया और उसे काउन्सिलर
बना दिया गया और वो शीघ्र ही सम्राट आर्केडियस का प्रमुख परामर्शदाता बन बैठा ।
सामान्य
काल 398 में रोम पर हूण आक्रमण की विफलता के बाद उसकी शक्ति और भी बढ़ गई ।
गौर तलब है कि उसे थियोडोसियस के महल में किन्नर बतौर प्रवेश मिला था और वो रोमन
इतिहास में सम्राट की नजदीकियां तथा काउन्सिलर का पद पाने वाला प्रमुख किन्नर था ।
हालांकि सेना प्रमुख गैनास तथा साम्राज्ञी यूडोक्सिया से सम्बन्ध खराब हो जाने के
कारण से, काउन्सिलर बनने के एक वर्ष के भीतर ही उसका पतन प्रारंभ हो गया ।
मुख्यमंत्री रुफिनस की हत्या के बाद काउन्सिलर
रहते हुए उसकी छवि एक लालची और क्रूर व्यक्ति जैसी बन गई थी ।
रोमन
सामाजिक मान्यताओं में किसी किन्नर का काउन्सिलर बन जाना एक अतुलनीय अभिशाप था अतः
यूट्रोपियस को इसकी कीमत चुकानी पड़ी । पहले उसे निर्वासन पर साइप्रस भेजा गया और
फिर वापस बुला कर आरोपित किया गया तथा सामान्य काल 399 में उसका सिर कलम कर दिया
गया । अगर हम यूट्रोपियस के उत्थान और पतन के समेकित कालखंड की गणना करने की
सोचें तो इस निष्कर्ष पर पहुंचेंगे कि वो जितनी शीघ्रता से शिखर पर पहुंचा था, उतनी ही तेज गति से मिट्टी में मिल गया ।
उसने
सम्राट आर्केडियस की यौन कामना की
पूर्ति में सहयोग के लिये प्रमुख मंत्री रुफिनस को रास्ते से हटवाने का कार्य किया, रुफिनस जोकि, विवाह के लिये चुनी गई युवती
ऐलिया यूडोक्सिया का पिता था, की हत्या, नि:संदेह एक दुस्साहसी कृत्य था और
जिसके प्रतिक्रियात्मक परिणाम को टाला नहीं जा सकता था । बहरहाल यूट्रोपियस
वैवाहिक आयोजन की सफलता के आधार पर सम्राट की निकटता हासिल कर सका । राजतान्त्रिक
समाजों में इस तरह के निर्णयों को परिकलित जुआ
खेलना अथवा दांव लगाना ही माना जाएगा । उसने यह किया और
जीवन हार गया ।