झाओ
गाओ, किन साम्राज्य (221 से 206 ई.पू.) के समय में कुख्यात किन्नर था,जब प्रथम
चीनी सम्राट किन शी हुआंग की मृत्यु हुई,तब किन्नर झाओ गाओ ने प्रधान मंत्री ली सी
के साथ मिलकर साम्राज्य के अवैध उत्तराधिकारी, हु हाई को सिंहासन प्राप्त करने में
मदद की थी । उस समय, झाओ गाओ की अविधिक मुहिम का विरोध करने वाले शाही अधिकारियों
को मार डाला गया !
यहां तक कि षड्यंत्र में सम्मिलित पूर्व सहयोगी प्रधान मंत्री ली
सी को भी, कालान्तर में रास्ते से हटा दिया गया ताकि झाओ गाओ को निज हित के आदेश
निकलवाने का अवसर सुगमता से मिलता रहे । इसके कुछ समय के बाद उसने,सम्राट हु हाई को भी
मार डाला, किन्तु इस घटना के पश्चात साम्राज्य में अव्यवस्था फैल गई और साम्राज्य
बिखर गया ।
चीनी
साम्राज्यों में किन्नरों की भूमिका का मूल्यांकन किया जाए तो हमें झाओ गाओ जैसे
अनेकों कुख्यात और कृतघ्न किन्नर मिलेंगे, जिन्होंने अपने स्वामी सम्राटों की कृपा
का भरपूर दोहन किया और मौक़ा मिलते ही सत्ता की बागडोर या तो कमज़ोर उत्तराधिकारियों
के हाथों में सौंपने के षड्यंत्र किये अथवा अविधिक उत्तराधिकारियों को सिंहासन पर
बैठा कर निज हित साधने की गतिविधियों में लिप्त रहे ।
किन्नर झाओ गाओ ने भी ऐसा ही
किया, उसे राज कृपा प्राप्त थी...पर सम्राट किन शी हुआंग की मृत्यु के बाद, उसने
प्रधान मंत्री ली सी के साथ मिल कर षड्यंत्र रचा, जिससे कि अवैध उत्तराधिकारी हु
हाई को सत्ता सौंपी जा सके और जो इस कृपा / सहयोग के बदले झाओ गाओ का ऋणी बना रहे ।
यह स्पष्ट है कि झाओ गाओ, एक अवसरवादी तथा
पद लोलुप किन्नर था ।
ऐसा किन्नर जिसने सत्ता के अवैध हस्तांतरण का विरोध कर रहे
अधिकारियों की हत्याएं करवा दीं । इसके बाद सत्ता के हस्तान्तरण में सहयोगी बने
प्रधान मंत्री ली सी को भी मौत के घाट उतार दिया गया । इतना ही नहीं उसने
नव-नियुक्त सम्राट हु हाई को भी अपने रास्ते से हटा दिया, भले ही उसके इस
कारनामे के बाद किन साम्राज्य ही ढह गया ।