सोमवार, 18 दिसंबर 2017

जल समाधि


वो बेहद खूबसूरत युवती थी, उसे देख कर पुरुष बावले हो जाया करते, हालांकि वो जिससे भी ब्याह करती, वह युवक, ब्याह के फ़ौरन बाद मर जाया करता, लेकिन इससे उस युवती को कोई फर्क नहीं पड़ता था ! वो एक के बाद दूसरा, फिर तीसरा...और अगला ब्याह करती रही ! उस साल उसके पांच पति काल कवलित हो चुके थे ! वे सभी चतुर, बहादुर और आकर्षक कबीलाई युवा थे ! पांचवें पति की मृत्यु के बाद, उसने जिस युवक से ब्याह किया, वो खामोश तबियत इंसान था और गांव के लोग उसे बेवकूफ समझते थे, लेकिन वो युवक, वास्तव में उतना बेवकूफ भी नहीं था ! उसे ये विश्वास हो गया था कि युवती से सम्बंधित  कोई विस्मयकारी रहस्य ज़रूर है, जिसे जान लेना ज़रुरी है, इसलिए युवक ने दिन रात / हर एक समय उस युवती की निगरानी शुरू कर दी !

यह गर्मियों का समय था जब युवती ने, युवक से कहा कि जलावन की लकडियां लाने और बेरियां चुनने के लिये यह उपयुक्त समय है, चलो जंगल चल कर कैम्प लगाते हैं ! उसने सुझाव दिया कि युवक को अस्थाई झोपड़ी बनाने के लिये, जंगल में एक खास जगह चयनित जगह में रुक कर बाकी के काम निपटाना होंगे, युवक मान गया और झोपड़ी निर्माण के लिये सामग्री लाने के नाम पर घने जंगल में घुस गया ! युवती ने सोचा कि युवक अलग दिशा में गया है सो, वह झटपट, पथरीली चट्टानों की दिशा में मौजूद एक जलाशय के किनारे जा पहुंची जबकि युवक छुप कर उसका पीछा करता रहा ! युवक की गतिविधियों से अनभिज्ञ युवती ताल के किनारे बैठकर एक गीत गाने लगी !

गीत गायन के समय ताल की सतह पर झाग / फेन हिलोरें मारने लगा और उस झाग से एक महाकाय सांप प्रकट हुआ ! इस दरम्यान उस युवती ने अपने गहने और कपड़े उतार कर एक किनारे रख दिये थे और वो उस सांप से लिपट गई, छिपा हुआ युवक समझ गया कि प्रेमालिंगन के दौरान, सांप का जहर उस युवती के शरीर में प्रविष्ट हो जाता है, जिसे अन्य युवकों में स्थानांतरित करके युवती अपनी प्राण रक्षा कर लेती है,जबकि विष प्रभावित युवक मर जाया करते हैं ! युवक फ़ौरन वापस लौटा और पूर्व निर्धारित जगह पर अस्थायी झोपड़ी बना कर उसने जानबूझकर दो बिस्तर बनाए और अलाव जला लिया ! कुछ देर बाद कैम्प में वापस लौटी युवती, दो अलग अलग बिस्तर देख कर हैरान रह गई, उसे उम्मीद थी कि वहां पर एक ही बिस्तर होगा !

उसने, युवक से इस सम्बन्ध में बात की तो युवक ने कड़ाई के साथ युवती के झूठ को उजागर कर दिया, वो डर गई और दूसरे बिस्तर पर जाकर सोने लगी ! युवक रात में तीन बार उठा, उसने आग प्रज्ज्वलित की और हर बार उस युवती को पुकारा, लेकिन उसे कोई जबाब नहीं मिला, सुबह होने पर युवक ने युवती को हिलाया किन्तु वह मर चुकी थी...अपने ही प्रेमी, सांप के जहर के प्रभाव से...युवक ने गांव वालों के साथ मिलकर, दिवंगत युवती की देह को उसी ताल में विसर्जित कर दिया, जहां उसका प्रेमी रहता था ! 

ये आख्यान मूल अमेरिकन इन्डियन, पास्सामक्वोडी कबीले से सम्बंधित है ! खूबसूरत युवती को देखकर युवाओं का प्रभावित हो जाना स्वभाविक है किन्तु विवाह के फ़ौरन बाद हो रही मौतों पर आंखें मूँद लेना, अस्वभाविक लगता है, खासकर तब, जब कि दिवंगत हुए पाँचों पति, चतुर, बहादुर और आकर्षक बताये गये हैं ! युवती का छठा पति, खामोश तबियत इंसान होने के नाते अपने ही समाज में बेवकूफ माना गया क्योंकि वह स्वयं को अभिव्यक्त नहीं करता था ! सामान्यतः ऐसे लोग, लगभग प्रत्येक कालखंड और हर एक समाज में चुप्पे अथवा घुन्ने कह कर संबोधित किये जाते रहे हैं ! बहरहाल युवती द्वारा छठे पति बतौर चयनित किये गये इस युवक में, प्रेम में अंधे हो गये, जैसे लक्षण दिखाई नहीं देते क्योंकि वह पूर्व घटनाक्रम के प्रति सशंकित है !

कहना कठिन है कि ताल निवासी सांप ? यदि वह सांप ही था तो ?  के प्रेम में पड़ी हुई युवती को जहर का अभ्यास क्यों नहीं था, सामान्यतः युवतियों को विषकन्या बनाए जाने संबंधी अनेकों दृष्टांत मिलते हैं, जिनमें विषकन्या स्वयं में, व्यापित जहर से दिवंगत नहीं हुआ करतीं ! क्या ये संभव नहीं है कि ताल निवासी सांप वास्तव में सांप होने के बजाये, नाग कुल का कोई व्यक्ति रहा हो ? और विवाहेत्तर संबंधों के उजागर हो जाने के कारण युवती को जहर दे कर मौत के घाट उतार दिया गया हो ? किन्तु इस स्थिति में हमें यह भी स्वीकार करना होगा कि पांच, चतुर और बहादुर युवकों की मौतों के लिये युवती का प्रेमी उत्तरदाई रहा होगा जिसने अपने अवैध संबंधों को छिपाने के युवती के पाँचों पतियों को जहर देकर मार डाला होगा ?

प्रतीत होता है कि युवती मूलतः नाग कबीले की कोई विष कन्या रही होगी जोकि कबीलाई दुश्मनी के चलते, चुन चुन कर विरोधी कबीले के चतुर, बहादुर और आकर्षक युवकों को, अपने प्रेम जाल में फांस कर ठिकाने लगा रही थी, किन्तु छठे युवक की सजगता के चलते, उसे स्वयं के प्राण गवाना पड़े होंगे, वैसे तो प्रेमी के होते हुए भी अन्य युवकों से समानान्तर विवाह करने वाली युवती को काम पीड़ित / काम व्याधिग्रस्त कह कर भी कथा के अर्थ, अनर्थ किये जा सकते हैं, लेकिन इस धारणा में झोल यह है कि काम संतुष्टि के लिये ब्याह की अनिवार्यता क्या मायने रखती है ? अतः कबीलों की आपसी शत्रुता और विरोधी कबीले के बहादुर युवकों की मौतों को लेकर युवती के विषकन्या होने तथा रहस्य उजागर हो जाने की स्थिति में स्वयं के मारे जाने की धारणा को अधिक तर्कसंगत माना जाना सकता है !

बहरहाल दिवंगत युवती की जल समाधि, उसके अपने निर्णयों का प्राप्य है...