एक समय था, जब हेमीज, अफ़रोडाइट के सौन्दर्य पर आसक्त हो
गया और वह उससे एकतरफा प्यार करने लगा, लेकिन अफ़रोडाइट ने उसे कोई भाव नहीं दिया
तो उसने स्वयं को बहुत अपमानित महसूस किया और निराश हो गया । हेमीज की प्रणय
आकांक्षा की असफलता को देखते हुए, जिउस ने उस पर दया की और जब अफ़रोडाइट अचेलस नदी
में नहा रही थी तो उसने अपने, बाज को भेजकर उसकी जूतियां उठवा लीं और उन्हें हेमीज
को दे दिया फिर अफ़रोडाइट अपनी जूतियों की तलाश में, जब हेमीज के पास पहुंची तो स्वयं
के लिए, उसके प्यार को देखते हुए , उसकी इच्छाओं का सम्मान करने की बात अफ़रोडाइट के
मन में आई । बहरहाल यह पारस्परिक प्रेम नहीं था बल्कि हेमीज के कब्जे से अपनी
जूतियां पाने की शर्त पर अफ़रोडाइट का समर्पण था ।
कालांतर में अफ़रोडाइट और हेमीज के सहवास की परिणति के रूप
में हेर्मेफ्रोडिटस का जन्म हुआ जोकि, दुनियां में सबसे अधिक सुंदर था और जिसे
इडा पर्वत की गुफाओं में नाइड्स ने पाला था । कहते हैं कि, लगभग पांच साल की उम्र
में उसने पहली बार अपने माता पिता को देखा । उसके बाद हेर्मेफ्रोडिटस ने इडा पर्वत
को छोड़ दिया । उसे पर्वतों और अजीब अजीब तरह की भूमि और स्थलों को घूमने का शौक था
।
यह आश्चर्य की बात है कि, देवता है हेमीज, अफ़रोडाइट के
सौंदर्य पर आसक्त हो गया था और उससे नितांत एकपक्षीय प्रेम करने लगा था, लेकिन
अफ़रोडाइट ने उसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया, तो वह निराश हो गया और उसे अपमान की
अनुभूति हुई, हालांकि इस प्रकरण में देवताओं के राजा जिउस ने देवता हेमीज के ऊपर
दया करते हुए, अफ़रोडाइट के स्नान के समय, बाज को भेजकर, उसकी जूतियां चोरी करवा
लीं और उन्हें हेमीज को दे दिया, जिनकी वापसी के नाम पर, हेमीज ने अफ़रोडाइट के
सामने प्रेम की शर्त रखी और अफ़रोडाइट ने उस शर्त के सामने समर्पण कर दिया ।
अगर हम कहना चाहे कि, यह प्रकरण देवता जिउस के समर्थन के
साथ, अफ़रोडाइट को ब्लैकमेल करने का प्रकरण है ना कि द्विपक्षीय प्रेम का, तो कोई
अतिश्योक्ति नहीं होगी, अतः हम देवी और देवताओं के मध्य स्वैच्छिक प्रेम के
अतिरिक्त भयादोहन करने के उपरांत किए गए प्रेम अथवा सहवास को देवताओं के चारित्रिक
पतन के लक्षणों के रूप में स्वीकार कर सकते हैं । इस प्रेम से, केवल शारीरिक
संबंधों के संकेत मिलते हैं, जिनके फलस्वरूप देवता हेमीज के पुत्र हेर्मेफ्रोडिटस
का जन्म होता है। निश्चित रूप से यह प्रेम कम, ब्लैकमेल और सहवास अधिक था ।