वो
पंखहीन मुर्गी की तरह से दिखती है ! हंगेरियन लोक आख्यानों में उसे चुड़ैलों के समतुल्य माना जाता है ! लोक मान्यता यह
है कि वो अण्डों को अपनी भुजाओं के नीचे सेती है ! कहते हैं कि लाइडरेक, एक चुड़ैल के रूप में, जिस भी व्यक्ति के निकट होती
है, उसके द्वारा सौंपे गए कार्य, अथक रूप से पूर्ण करती रहती
है, यदि उसे अतिरिक्त कार्य सौंपे जाने में कोई कोताही की जाए तो वो उस निकटवर्ती व्यक्ति को मार डालती है, अतः उसे ऐसे कार्य सौंपे जाना चाहिए
जो कि असंभव हों मसलन छलनी में पानी लाना ! लाइडरेक कथाओं के एक अन्य संस्करण के
अनुसार वो विरही जोड़े को अपने वश में करने की चेष्टा करती है ! हरेक रात उसकी
उपस्थिति के कारण से विरही बन्दा अपने मूल प्रेम / अनुराग से भटक जाता है सो इस
किस्म की लाइडरेक से पीछा छुड़ाने का सबसे आसान तरीका है कि मनुष्य के रूप में उसने
जो भी जूते / जूतियां पहन रखी हों उन्हें चोरी कर लिया जाए...