गुरुवार, 2 जुलाई 2009

मैंने कहा जी मैं भी यही बेचता हूं और उसने फोन ......

झमाझम बारिश के दरम्यान कल शाम तक़रीबन ५.३० बजे आफिस से लौटा , सोचा चाय सुडकते हुए एक दो अदद ब्लाग्स पर टिप्पणी ठोंक दी जाये , लिहाज़ा पढने का सिलसिला शुरू ही किया था और मूड बन ही रहा था कि मोबाईल लेकर बिटिया पहुंच गई , पापा आपका फ़ोन है , देखा अनजान नंबर था , चाय के स्वाद और ब्लाग्स के आस्वाद में व्यवधान डालने वाले फ़ोन को रिसीव करना अच्छा नहीं लगा , सोच में आई कड़वाहट को दबाये बिना कहा , हेल्लो - उसपार कोई लड़की थी जिसने कुछ इस अंदाज में बोलना शुरू किया , गोया दुनियाये फानी के ख़त्म होने का वक़्त आ चुका हो और उसे इससे पहले अपनी बात पूरी कर लेना चाहिये ! वो बोल रही थी बिना सांस लिए /तेज़ रफ्तार ! मैं हरिद्वार ......हमारा संस्थान .......एक मुखी रुद्राक्ष ...... बारह हजार मंत्रो से अभिपूरित..........मैंने उसे रोकना चाहा और कहा सुनिये , पर उसने सुना नहीं , बस बोलती रही ! आपका घर धनधान्य से परिपूर्ण ......कोई बाधा नहीं ......राहू केतु शनि आपका बाल भी बांका नही .....घर में यदि वास्तु दोष हो तो वो भी दूर हो जायेंगे ! यूं तो इसकी कीमत है , मात्र ५५००/ रुपये पर आप हमारे 'लकी नंबर' है इसलिए आपको केवल १५५० /रुपये में हम इसे देंगें , इतना ही नही साथ में चार गिफ्ट .........!
इंसान से 'लकी नंबर' में बदल चुका मैं , उसे बोलने से रोक नहीं सका इसलिए खामोश रह कर सुनने लगा ! पर उसे मेरी खामोशी भी रास नहीं आई ! बोली सुन रहे हैं ना ? मैंने कहा जी ...सुन रहा हूँ , वो आश्वस्त हुई और बोलती रही ! बात ख़त्म हुई तो मुझे लगा जैसे किसी नें केवल दो मिनट में एक अध्याय पढने की शर्त लगा दी थी और वो शर्त जीत गई हो !
उसने कहा , अपना आर्डर बुक कराइये , कृपया अपना नाम और पता नोट करवा दीजिये ! मैंने कहा मुझे सोचने के लिए कुछ घंटे भी नहीं देंगीं ? उसने कहा ये आफर अभी अभी के लिए है बाद में छूट नहीं मिलेगी और कीमत ५५०० / रुपये हो जायेगी ! मैंने कहा कोई बात नहीं , मुझे सोचने दीजिये और आपका पता नोट करवा दीजिये ताकि मैं बाद में संपर्क कर सकूं ! अब वो उदास सी लगी और बोली इसी फोन नंबर पर बता दीजियेगा ! वैसे आप करते क्या हैं ? मैंने कहा जी मैं भी यही बेचता हूं और उसने फ़ोन डिस्कनेक्ट कर दिया !

5 टिप्‍पणियां:

  1. ईंट का जवाब पत्थर से...वाह...आजकल ऐसे फोन आना आम बात हो गयी है...लड़की की भी मजबूरी होगी उस से क्या शिकवा करना...
    नीरज

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  2. मुझे जब भी कोई अनजाने नंबर से 'good morning sir' कहता/कहती है...बस मैं तो मैं फ़ोन काट देता हूँ...इसी दर के मारे कि कहीं मुझे भी कुछ बेचना न पड़ जाए :-()

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  3. आप भी यही बेचते हैं? आप बताइए आप कितने में बेच रहे हैं?
    यह बढिया रही।
    घुघूती बासूती

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  4. मैं भी इन अन्जान नंबर वाली लड़्कियों से बहुत डरता हूँ ।

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