शनिवार, 10 जून 2023

चिया

 

एक युवा अपने ही कबीले की युवती चिया से प्रेम करता था, किंतु वो उस युवा को पसंद नहीं करती थी युवा ने हर तरह से कोशिश कर ली कि, चिया उसे पसंद करने लग जाए लेकिन वह अपने हरेक प्रणय जतन में असफल रहा और निराश रहने लगा तथा खुद को मानसिक रूप से बीमार समझने लगा उन्ही दिनों एक तिल जो कि उस युवा के साथ रहता था । उसने उस युवा को हतोत्साहित देख कर इसका कारण पूछा । युवक ने शुरू से लेकर आखिर तक अपने असफल प्रेम का किस्सा बयान कर दिया जिसे सुनकर तिल ने कहा कि, मैं इसमें तुम्हारी मदद कर सकता हूं । मेरी मदद की वजह से वो चिया न केवल तुम्हें स्वीकार करेगी बल्कि खुद से चल कर तुम्हारे पास आयेगी । उस रात्रि को तिल उस जगह भूमिगत हो गया, जहां वो लड़की सोया करती थी । फिर चिया के निद्रालीन होते ही तिल ने उसका दिल निकाल लिया और वापस उसी रास्ते से होकर, युवक तक पहुंचा, जिस रास्ते से चिया तक पहुंचा था ।

 

उसने युवक के हाथ में दिल रख कर कहा ये लो इसे निगल जाओ । युवक निराश था तो उसने देखा भी नहीं कि तिल ने उसे क्या दिया है और वो उसे निगल गया । सुबह जैसे ही लड़की की आंख खुली, उसने उस युवा के बारे में सोचा उसे अजीब सी अनुभूति हुई कि उसे, उस युवा के पास जाना चाहिए और वो उसी लम्हा बिना सोचे समझे, उस युवा के पास जा पहुंची उसे समझ में नहीं आ रहा था कि, जिसे वो नापसंद करती रही, उसके लिए उसका प्यार शिद्दत से क्यों बढ़ रहा है ? उसकी इच्छा हो रही थी कि, वह उस युवा की पत्नी बने और उसे प्रेम करे । अंततः वही हुआ जैसा कि, तिल ने कहा था । यह सब देख कर उस समुदाय के जादूगर आश्चर्यचकित हो गए कि, यह घटना कैसे घटी ? जब उन्हें यह पता चला  कि यह सब कारस्तानी तिल की है, जिसे उन्होंने हमेशा निरर्थक माना है तब से वे सब के सब, तिल से ईर्ष्यालु हो बैठे और उसे जान से मारने की धमकी दी बस उसी दिन से तिल छुपकर रहता है

चेरोकी इन्डियन कबीले की यह कथा मौलिक रूप से तीन अलग-अलग तरह के संकेत देती है पहला यह कि, युवक अपने ही कबीले की युवती चिया से प्रेम करता है और उसे अपनी पत्नी बनाना चाहता है, किंतु चिया उसे पसंद नहीं करती, जिसका मूल कारण, कथा को अनेक बार पढ़ने के बाद भी पता नहीं चलता लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि, कथा कालीन समाज की युवती, प्रेमी के चयन में अपना विशेषाधिकार रखती है और वह प्रणय आकांक्षी युवक को अपने प्रेमी अथवा पति के रूप में स्वीकार करने को तैयार नहीं है युवक इस घटनाक्रम में एक पक्षीय प्रेम करता है और चिया की निरंतर असहमति के कारण से दुखी है तथा स्वयं को बीमार और अभागा  मानने लगता है यहां तक ये कथा अत्यंत स्पष्ट है कि, युवक की पहल को अस्वीकार करना, चिया का अधिकार है और उसने ऐसा ही किया

 

कथा का दूसरा पक्ष यह है कि, युवक के शरीर पर मौजूद तिल को कदाचित, सौंदर्य का प्रतीक मानते हुए  अप्रत्यक्ष रूप से यह कथन किया गया है कि, तिल उस युवक की दु:खद कथा को सुनकर, उसकी मदद करने का भरोसा देता हैयद्यपि कथा के अनुसार तिल भूमिगत रास्ते से होकर चिया की निद्रा स्थली के समीप प्रकटित होता है और चिया का दिल निकाल कर युवक से उसे उदरस्थ कर जाने की बात करता है किंतु सांकेतिक रूप से यह प्रतीत होता है कि यदि युवक के तिल को सौंदर्य का प्रतीक माना जाए और यह भी स्वीकार किया जाए कि, चिया के अवचेतन मन में युवक का यह प्रतीक पहले से ही मौजूद है और वो या तो स्वप्न में या फिर  जागने के बाद, उसके प्रभाव को स्वीकार करती है तथा स्वयं ही युवक से विवाह का प्रस्ताव कर बैठती है

 

ये कथा एक ओर युवक के असफल प्रयासों का कथन है, वहीं युवक के तिल के रूप में यह प्रतीक, चिया के अवचेतन मन में ऐसा प्रभाव डालता है कि, वो अपने नकारात्मक रवैये को छोड़कर युवक के साथ विवाह करने के लिए राजी हो जाती है अतः इस कथा को चिया के अस्वीकरण सह स्वीकरण के दरम्यान दोलन करते हुए निर्णयों में देखा जाना चाहिए कथा का तीसरा हिस्सा यह स्पष्ट करता है कि, कथा का नायक संभवतः अपने समुदाय के जादूगरों से मदद मांग चुका होगा और वे लोग सकारात्मक भूमिका निभा पाने में सर्वथा असमर्थ रहे होंगे अस्तु प्रेमी युवक की जादुई मदद करने में असफल रहे, जादूगर युवक के सौंदर्य के प्रतीक तिल से ईर्ष्या रखते हैं क्योंकि वह युवक को चिया के समीप ले जाने का कारण बनता है, सो वे लोग उस तिल को मिटा देना चाहते हैं


यद्यपि ये कथा तिल के भूमिगत हो जाने का प्रतीकात्मक बयान करती है जिसके माध्यम से वह ईर्ष्यालु जादूगरों से सुरक्षित है स्पष्टतः ये कथा देह से संबंधित सौन्दर्यात्मक प्रतीकों के स्वीकरण से वास्ता रखती है और प्रेम में दैवीय सहायता का दावा करने वाले लोगों की असफलता का बयान करती है प्रेम अंततः नश्वर देह धारी युवक और चिया के दरम्यान घटित होने वाली एक स्वभाविक घटना है, जिसमें, प्रारंभिक संकोच और नकारात्मकता की पृष्ठभूमि में सकारात्मकता मौजूद है, जिसके परिणाम स्वरूप, रिश्ते जुड़ते हैं और प्रेम गहराने लगता है