सभी परिंदे जानते थे कि मैगपाई
घोंसला बुनने में उस्ताद / निपुण है सो उन्होंने मैगपाई से अनुरोध किया कि वो
उन्हें घोंसला बनाना सिखा दे ! बहरहाल मैगपाई ने सबसे पहले तिनकों से घोंसला बुना
जिसे कुछ परिंदों ने देखा और उड़ गये, हालांकि मैगपाई ने कहा कि मैंने अभी पूरी
शिक्षा नहीं दी है, इसके बाद उसने घास से घोंसला बुना जिसे देख कर कुछ और परिंदे उड़
गये इस पर मैगपाई ने फिर से कहा कि मैंने अभी तक अपना काम पूरा नहीं किया है ! इस बार उसने घोंसले में कीचड़ / मिट्टी का लेप
लगाया ! तब से आज तक सारे परिंदे अलग अलग तरह से घोंसले बनाते हैं, क्योंकि उनमें से
ज्यादातर ने रॉबिन और अबाबील की तरह से टुकड़ा टुकड़ा ज्ञान प्राप्त किया था...