डायोनिसस शराब के देवता हैं, जिनके साथ अफरोडाइट का
संक्षिप्त सा प्रेम प्रसंग रहा है । कहते हैं डायोनिसस, देवता जिउस और शेल नाम की
नश्वर महिला की संतान है । इस प्रसंग में जिउस की पत्नी देवी हेरा को संदेह था,
अतः उसने डायोनिसस की मां को अत्यधिक प्रताड़ित किया, किन्तु देवता जिउस ने अपनी पीड़ित
प्रेमिका को अपनी ही जांघ की त्वचा से सिलाई करके तब तक बचाए रखा जब तक कि,
डायोनिसस का जन्म नहीं हो गया । कालांतर में डायोनिसस को शराब के देवता के रूप में
मान्य किया गया । डायोनिसस की प्रसिद्धि, राजा मिडोस
को सब कुछ स्वर्ण के रूप में बदलने की शक्ति प्रदान करने के प्रकरण में है ।
जहां पर मिडोस गलती से अपनी पुत्री को भी स्वर्ण में बदल देता है, तब डायोनिसस का यह
वरदान अभिशाप में बदल गया था ।
डायोनिसस बेहद खूबसूरत देवता था कदाचित इसीलिए अफरोडाइट उस
से प्रभावित हुई होगी और इसके फलस्वरूप उनके पांच बच्चों होने का कथन भी प्रचलित
है । यह माना जाता है कि शराब के संपर्क में आये पुरुष अत्यधिक उत्तेजित हो जाते
है और प्रेम तथा शारीरिक संबंधों के प्रति आकर्षित हो जाते है ।
कथा के अनुसार, डायोनिसस शराब का देवता है जोकि, देवों के
राजा जिउस और एक नश्वर महिला शैल की संतान है, चूंकि इस प्रेम प्रसंग की भनक जिउस
की पत्नी हेरा को थी, अतः उसने डायोनिसस की मां को अत्यधिक प्रताड़ित किया हालाँकि
उसके जीवन की रक्षा स्वयं जिउस ने उस समय तक की, जब तक कि, डायोनिसस का जन्म नहीं हो गया । डायोनिसस
शराब के देवता होने के नाते उत्तेजना और मादकता का देव भी हैं । यह मान्यता है कि,
शराब के संपर्क में आया, पुरुष उत्तेजित होकर प्रेम और शारीरिक संबंधों के प्रति
आकर्षित हो जाता है । अतः प्रतीत होता है कि डायोनिसस शराब का देवता होने के नाते
अफ़रोडाइट के प्रति आकर्षित हो गया होगा । इस प्रेम प्रसंग में उन दोनों के
शारीरिक संबंधों का परिणाम पांच संतानों का जन्म भी है ।
बहरहाल डायोनिसस, अफ़रोडाइट से प्रेम संबंध से कहीं अधिक इस
बात के लिए विख्यात है कि, उसने राजा मिडोस को हर चीज को स्वर्ण में बदलने की
शक्ति प्रदान की थी और गलती से राजा, अपनी पुत्री को भी स्वर्ण में बदल बैठा था,
तो यह वरदान वास्तव में अभिशाप सिद्ध हो गया था । हम यह मान सकते हैं कि वरदान की
पृष्ठभूमि में देवता की मद्य जनित विवेक हीनता भी रही होगी...