tag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post8904349035020311888..comments2023-10-30T13:19:42.453+05:30Comments on ummaten: दिल है तो धड़कने का बहाना कोई ढूंढें !उम्मतेंhttp://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comBlogger45125tag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-42475191749671682992011-03-13T22:40:41.792+05:302011-03-13T22:40:41.792+05:30बहुत दिन से कुछ नहीं लिखा है ...इंतज़ार है !
शुभक...बहुत दिन से कुछ नहीं लिखा है ...इंतज़ार है ! <br />शुभकामनायें आपको !!Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-91317898918518160742011-03-12T19:50:09.372+05:302011-03-12T19:50:09.372+05:30"अली जी! उम्मतों का जवाब नहीं!"
अल्लाह इ..."अली जी! उम्मतों का जवाब नहीं!"<br />अल्लाह इसकी उम्र दराज़ करे!!!"<br /> लोरीlorihttps://www.blogger.com/profile/03402492232277005688noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-90670915537378039752011-03-01T10:14:43.954+05:302011-03-01T10:14:43.954+05:30अली साहेब,
ज़ाहिर है ये पोस्ट मेरे बस के बाहर है. क...अली साहेब,<br />ज़ाहिर है ये पोस्ट मेरे बस के बाहर है. कमेन्ट तो क्या करूं.... आप जो भी कह रहे हैं, सही कह रहे हैं, इस बात का विश्वास है.<br />(कई बार फूहड़ता कितना लज्जित कराती है, इसका अहसास हो रहा है मुझे)<br />आशीषसूफ़ी आशीष/ ਸੂਫ਼ੀ ਆਸ਼ੀਸ਼https://www.blogger.com/profile/11282838704446252275noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-18121612457108950292011-02-26T19:33:18.129+05:302011-02-26T19:33:18.129+05:30@ घुघूती जी ,
अपनी चिंतायें सभी पीड़ितों के लिए है...@ घुघूती जी ,<br />अपनी चिंतायें सभी पीड़ितों के लिए है चाहे वो देश के अंदर हों या बाहर और फिर उनका धर्म जो भी हो !<br />अरब देशों की संभावित प्रतिक्रिया अगर गलत हो तो क्या मानवता के लिए हमारा नज़रिया भी उनकी तरह से गलत हो जाना चाहिए ?<br />वैसे जो मुद्दा आपने छेडा है वो विस्तार चाहता है कभी संभव हुआ तो अरब जगत बनाम ईरान और तुर्की तथा पाकिस्तान बनाम अफगानिस्तान की तंग गली से अपने देश के बारे में चर्चा ज़रूर करेंगे पर ये पोस्ट फिलहाल 'वालंटियर्स' को समर्पित है ! <br /><br />अरब यादों को ताजा करने का फायदा क्या ? अगर उन्हें ब्लॉग में डाल कर मित्रों से शेयर ना किया जाये :)<br /><br />पर आप मेरा जन्म दिन कैसे भूल गईं :)<br /><br />@ प्रिय मिथिलेश जी ,<br />जन्म दिन की बधाई के लिए शुक्रिया ! आलेख ने आपका ध्यान आकर्षित किया यह जान कर प्रसन्नता हुई !<br /><br />@ शिव शंकर जी ,<br />आपका स्वागत है !<br /><br />@ राजेय शा साहब ( शर्मा जी ),<br />पूरी गज़ल कहां केवल दो पंक्तियां ही उपयोग में ली गई हैं ! आलेख एक तरह से मानवीय संवेदनाओं के भोथरे होते जाने के विरुद्ध है सो ये दोनों पंक्तियां मुझे मुनासिब लगीं !<br />मित्रवर आप पहले टिप्पणीकार हैं जिसने इस बिंदु पर ध्यान दिया है ! सो आपकी टिप्पणी मेरे लिए विशिष्ट है ! प्रतिक्रिया के लिए आपका आभार !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-74235972065590244782011-02-26T17:38:43.964+05:302011-02-26T17:38:43.964+05:30आपने तो सारी गीत को गाजा के माहौल में देख लिया......आपने तो सारी गीत को गाजा के माहौल में देख लिया...Rajeyshahttps://www.blogger.com/profile/01568866646080185697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-3608150876886895452011-02-26T12:34:04.553+05:302011-02-26T12:34:04.553+05:30ज्ञानवर्धक पोस्ट के लिए आभार ।
बहुत अच्छा आलेख है ...ज्ञानवर्धक पोस्ट के लिए आभार ।<br />बहुत अच्छा आलेख है |शिव शंकरhttps://www.blogger.com/profile/12563856370126245256noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-25144483715664379792011-02-25T23:10:43.509+05:302011-02-25T23:10:43.509+05:30सबसे पहले क्षमा प्रार्थी हूँ कि इतनी देर से जनम दि...सबसे पहले क्षमा प्रार्थी हूँ कि इतनी देर से जनम दिवस की बधाई दे रहा हूँ, मुझे पता ही नहीं चला , आपको जन्म दिवस की बहुत-बहुत बधाई . बहुत ही जबदस्त लिखा है आपने . एक साँस में पूरा लेख पढ़ डाला . इस पोस्ट का बहाने बहुत कुछ जानने को भी मिला .<br /><br />इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि काश्मीरी पंडितों और अन्य पीड़ितों को भी अमन के कारवां जैसी सदाशयता और मुहिम का हक़ तो बनता ही है !इस लाइन ने मेरा ध्यान आकर्षित किया .Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-41385932274536488452011-02-25T20:52:50.483+05:302011-02-25T20:52:50.483+05:30सोचने का विषय है। विषय कठिन है। हाँ, कश्मीरी पंडित...सोचने का विषय है। विषय कठिन है। हाँ, कश्मीरी पंडितों की पीड़ा को नजर अन्दाज करने वाले इस देश व इसके नागरिकों को किसी के भी दुख में आँसू बहाने का नैतिक अधिकार तो नहीं है। समाचार पत्र चाहें तो भारतीय चेतना में इस मुद्दे कि जीवित रख सकते हैं किन्तु कश्मीरी पंडितों से किसी को कोई लाभ नहीं। हमारे ही उत्तर पूर्व व आदिवासी समस्याओं की तरफ हमारा ध्यान नहीं जाता।<br />सुनने में अशिष्ट तो लगता है किन्तु यह भी सच है कि भारत कितना भी साथ दे ले किन्तु यदि पलड़े में एक तरफ कोई मुस्लिम राष्ट्र होगा और दूसरी तरफ भारत तो कम ही सम्भावना है कि यदि भारत सही हो तो भी अरब राष्ट्र भारत का साथ देंगे। हाँ, हम यह कह सकते हें कि फल की आशा के बिना कर्म कर, गीता में कहा है इसलिए।<br />आपके लेख ने कुछ अरब यादें ताजा कर दीं।<br />जन्मदिन की देरी से बधाई।<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-52999327466069015242011-02-24T20:40:18.225+05:302011-02-24T20:40:18.225+05:30@ पाखी ,
ओ मेरी सुन्दर सी बेटू :)
@ दिगंबर जी ,
आ...@ पाखी ,<br />ओ मेरी सुन्दर सी बेटू :)<br /><br />@ दिगंबर जी ,<br />आपसे सहमत हूं कि अत्याचार और अलगाव वाद दोनों ही निंदनीय हैं !<br />ये आलेख क्या है , बस एक दृष्टिकोण का ही मसला है !<br /><br />@ डाक्टर अनवर जमाल साहब,<br />जी ज़रूर ! शुक्रिया !<br /><br />@ मीनाक्षी पंत जी ,<br />प्रतिक्रिया के लिए आपका आभारी हूं ! <br /><br />@ विजय मौदगिल साहब ,<br />आपका स्वागत है !<br /><br />@ राजेन्द्र भाई ,<br />मंसूर अली साहब के चक्कर में फंस गया वर्ना सब कुछ गुपचुप था :)<br />अब आप जो भी आदेश करें मान्य है :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-79055758105297736522011-02-24T20:02:53.515+05:302011-02-24T20:02:53.515+05:30आदरणीय अली भाईजान
सादर सस्नेहाभिवादन !
&qu...<b><i>आदरणीय अली भाईजान </i></b> <br />सादर सस्नेहाभिवादन !<br /> <br /><b>"दिल है तो धड़कने का बहाना कोई ढूंढें !" </b> अच्छा आलेख है , बधाई ! <br /><br /><br /><b>22 फरवरी को आपका जन्मदिवस था… </b> <br />दावत लेने पूरा ब्लॉगजगत न उमड़ पड़े इसलिए आपने पोस्ट भी नहीं लगाई <br />… लेकिन हम पार्टी बिना कब मानने वाले हैं ?<br /> <br /><br />आपकी प्रोफाइल पर लगी तस्वीर के सामने बैठे आपका जन्मदिन मना रहे हैं :)<br />घर पर ही आपके नाम से मंगवा कर मिठाई समोसे खा रहे हैं … <br />चिंता न करें, चुकाने के लिए बिल आपके घर शीघ्र भिजवा रहे हैं … :)<br /><br /><br /><b>~*~ बधाई बधाई बधाई ! ~*~ </b> <br /><br /><br />♥<b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.com/" rel="nofollow">~*~जन्मदिवस की हार्दिक बधाई और मंगलकामनाएं !~*~ <br /></a></b>♥ <br /> <br />- राजेन्द्र स्वर्णकारRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-79206501232581440332011-02-23T20:32:24.061+05:302011-02-23T20:32:24.061+05:30rashmi ravija ji k sath sehmat hu.
ik kadam to bar...rashmi ravija ji k sath sehmat hu.<br />ik kadam to barhao poora safar tumhare sath tai karenge.<br />pehal karne ki der hai kafila apke sath ho lega.<br />shukriyavijaymaudgillhttps://www.blogger.com/profile/10488293173878643670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-85181907260670890062011-02-22T13:24:57.466+05:302011-02-22T13:24:57.466+05:30ज्ञानवर्धक पोस्ट के लिए आभार ।
बहुत अच्छा आलेख है ...ज्ञानवर्धक पोस्ट के लिए आभार ।<br />बहुत अच्छा आलेख है |Minakshi Panthttps://www.blogger.com/profile/07088702730002373736noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-71396443930774314852011-02-22T09:11:19.228+05:302011-02-22T09:11:19.228+05:30@ जनाब क्या आप हिंदी ब्लागर्स फोरम इंटरनेशनल के सद...@ जनाब क्या आप हिंदी ब्लागर्स फोरम इंटरनेशनल के सदस्य बनना पसंद फ़रमाएंगे ?<br />अगर हॉ तो अपनी email ID भेज दीजिए ।<br />eshvani@gmail.com<br />धन्यवाद !DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-48162973918808446232011-02-21T13:18:02.570+05:302011-02-21T13:18:02.570+05:30कष्ट तो कष्ट है .. किसी का भी हो ... पर ये भी सच ह...कष्ट तो कष्ट है .. किसी का भी हो ... पर ये भी सच है की पहल अपने आस पास के कष्ट दूर करने की होनी चाहिए ... फिर कष्ट सच में कष्ट है या नहीं इस बात पर भी बहस होनी चाहिए ... काश्मीर और भारत के अन्य प्रदेशों में होने वाले अत्याचार गलत हैं ... पर अलगाव के विचार भी ठीक नहीं कहे जा सकते ....<br />अच्छा आलेख है ... नए दृष्टिकोण खोलता है ..दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-75121445502916539142011-02-18T13:41:53.021+05:302011-02-18T13:41:53.021+05:30सही बात लिखी आपने...अच्छी पोस्ट.
________________...सही बात लिखी आपने...अच्छी पोस्ट. <br />______________________________<br />'पाखी की दुनिया' : इण्डिया के पहले 'सी-प्लेन' से पाखी की यात्रा !Akshitaa (Pakhi)https://www.blogger.com/profile/06040970399010747427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-54805423730694698922011-02-18T08:09:02.744+05:302011-02-18T08:09:02.744+05:30@ मर्मज्ञ जी ,
आभार !
@ अरविन्द जी ,
कहीं आपकी सो...@ मर्मज्ञ जी ,<br />आभार !<br /><br />@ अरविन्द जी ,<br />कहीं आपकी सोहबत का असर तो नहीं :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-28851158530983240522011-02-17T11:00:56.184+05:302011-02-17T11:00:56.184+05:30..गोया हुजूर विदेशनीति के भी एक्सपर्ट हैं !..गोया हुजूर विदेशनीति के भी एक्सपर्ट हैं !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-77693387156906623792011-02-17T10:43:36.406+05:302011-02-17T10:43:36.406+05:30विचारणीय लेख !विचारणीय लेख !ज्ञानचंद मर्मज्ञhttps://www.blogger.com/profile/06670114041530155187noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-14538607784459693082011-02-17T09:07:45.108+05:302011-02-17T09:07:45.108+05:30@ स्वराज्य करुण जी ,
धन्यवाद ! उन्होंने १६ फरवरी क...@ स्वराज्य करुण जी ,<br />धन्यवाद ! उन्होंने १६ फरवरी के अंक में प्रकशित किया है इस आलेख को !<br /><br />@ स्मार्ट इन्डियन जी ,<br />आपकी इस बात पे राज़ी कि तिब्बत ,तालिबान और देश के अंदरूनी हालात पर भी ऐसी ही प्रतिक्रियायें आनी चाहिए !<br /><br />कारवां में सम्मिलित सभी लोगों को मैं जानता नहीं इसलिए उनकी नियत क्या थी,कहना मुश्किल है पर मैंने जिन सुनील कुमार जी के संस्मरण पर केंद्रित आलेख लिखा है! मुझे उनकी नियत पर कोई शक नहीं है!वे उन सभी मुद्दों पर जुबान खोलते हैं जिनका उल्लेख आपने किया ! अभी बस्तर में नक्सलवादियों द्वारा अपहृत पुलिस वालों को छुडवाने की मुहिम में उनका समाचारपत्र और उनके प्रतिनिधि मौका-ए-वारदात पर मौजूद थे !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-65309612509466879382011-02-17T08:49:14.744+05:302011-02-17T08:49:14.744+05:30आलेख पढकर अच्छा लगा। मगर अपने देश या आस-पडोस, तालि...आलेख पढकर अच्छा लगा। मगर अपने देश या आस-पडोस, तालिबान, तिब्बत आदि पर कभी मुँह न खोलने वालों का जुलूस के साथ गज़ा पहुंचना एक ड्रामे से ज़्यादा नहीं लगता है।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-61696922840191618802011-02-16T22:14:48.322+05:302011-02-16T22:14:48.322+05:30विचारणीय आलेख. हो सकता है आपने भेज दिया हो, अगर नह...विचारणीय आलेख. हो सकता है आपने भेज दिया हो, अगर नहीं तो कृपया इसे सुनील कुमार जी को भी उनके अखबार के ई -मेल पर ज़रूर भेजें.Swarajya karunhttps://www.blogger.com/profile/03476570544953277105noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-85913767217761821032011-02-16T15:31:40.597+05:302011-02-16T15:31:40.597+05:30@ दानिश साहब,
शुक्रिया !
@ शहरोज़ भाई ,
शुक्रिया ...@ दानिश साहब,<br />शुक्रिया !<br /><br />@ शहरोज़ भाई ,<br />शुक्रिया !<br /><br />@ वाणी जी ,<br />ज़रूर ! हर पीड़ित के बारे में सोचना हमारा फ़र्ज़ बनता है !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-50564822610237771452011-02-16T06:59:51.960+05:302011-02-16T06:59:51.960+05:30@इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि काश्मीरी पं...@इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि काश्मीरी पंडितों और अन्य पीड़ितों को भी अमन के कारवां जैसी सदाशयता और मुहिम का हक़ तो बनता ही है !...<br /><br />बहुत तसल्ली है की कोई इनके बारे में भी सोचता तो है !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-57167198756373144172011-02-15T20:40:38.270+05:302011-02-15T20:40:38.270+05:30kya khoob andaze byan hai bhai!!!!! dil choo liya....kya khoob andaze byan hai bhai!!!!! dil choo liya..dimagh ki nasen. yakbayak parwan huin...shahrozhttp://hamzabaan.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-75156626221207822482011-02-15T18:38:00.078+05:302011-02-15T18:38:00.078+05:30बहुत अच्छा आलेख है...
मननीय . . .बहुत अच्छा आलेख है...<br />मननीय . . .daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.com