tag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post1114028624758479791..comments2023-10-30T13:19:42.453+05:30Comments on ummaten: दुआओं का अपनी असर ढूंढते हैं...!उम्मतेंhttp://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comBlogger32125tag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-67806903925117911312012-06-15T16:00:54.314+05:302012-06-15T16:00:54.314+05:30आलोक जी ,
धन्यवाद !आलोक जी ,<br />धन्यवाद !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-39479247625977271362012-06-15T10:37:56.608+05:302012-06-15T10:37:56.608+05:30सुन्दर यात्रा वृतांत! प्रथम पैरा में मजदूरों का वि...सुन्दर यात्रा वृतांत! प्रथम पैरा में मजदूरों का विवरण,<br />उनकी हालत और हालात का आज तक भी न बदलना!<br />मन के अन्दर तक घाव कर गया!Khare Ahttps://www.blogger.com/profile/08834832296834095341noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-1964459273888761892012-06-15T10:27:51.868+05:302012-06-15T10:27:51.868+05:30सञ्जय जी ,
बहुत बढ़िया !सञ्जय जी ,<br />बहुत बढ़िया !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-33406539939399423762012-06-15T10:27:06.006+05:302012-06-15T10:27:06.006+05:30देवेन्द्र जी ,
स्मृति मिटाऊ रबर ढूंढते हैं :)देवेन्द्र जी ,<br /><br />स्मृति मिटाऊ रबर ढूंढते हैं :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-52517403745428991422012-06-15T10:11:29.323+05:302012-06-15T10:11:29.323+05:30jo bahti thi prem ki nadiyan
oon nadiyon me apni ...jo bahti thi prem ki nadiyan <br />oon nadiyon me apni sahar dhoondhte hain....]<br /><br /><br />pranam.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-73650787439274355262012-06-14T23:17:17.175+05:302012-06-14T23:17:17.175+05:30किसी मेहरबां की नज़र ढूंढते हैं
दुआओं का अपनी असर...किसी मेहरबां की नज़र ढूंढते हैं <br />दुआओं का अपनी असर ढूंढते हैं <br />हम जिंदगी के इस संस्मरण में<br />बीता हुआ हर कहर ढूँढते हैं।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-21896805196464783242012-06-14T15:55:41.619+05:302012-06-14T15:55:41.619+05:30सतीश भाई ,
1984 से अब तक नहीं भूल पाया तो अब क्या ...सतीश भाई ,<br />1984 से अब तक नहीं भूल पाया तो अब क्या भूलूँगा :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-48813474009625623172012-06-14T15:54:19.561+05:302012-06-14T15:54:19.561+05:30आप भी क्या क्या सोच डालती हैं :) उसके बारे में जल...आप भी क्या क्या सोच डालती हैं :) उसके बारे में जल्दी ही लिखूंगा !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-21154000966998205302012-06-14T15:37:13.006+05:302012-06-14T15:37:13.006+05:30खैर ..
अब आप इसे भूलेंगे कभी नहीं...खैर ..<br />अब आप इसे भूलेंगे कभी नहीं...Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-77586924799548133852012-06-14T12:56:03.198+05:302012-06-14T12:56:03.198+05:30वैसे जब आपने ये कहा कि गाँव वाले एक अठपहरिया नि...वैसे जब आपने ये कहा कि गाँव वाले एक अठपहरिया नियुक्त करते हैं ,तो मेरे दिमाग ने अगले पल ही सोच लिया कि कोई ऐसा व्यक्ति जो आठो पहर के बदलने के समय कोई घटा बजाता होगा..:):)<br />(दरअसल एक उपन्यास पढ़ रही हूँ. Meluha उसमे जिक्र है कि जैसे ही पहर बदलता है..एक घंटा बजता है..और लोग कुछ श्लोक पढ़ते हैं. ..ऐसा ही कुछ मुझे 'अठपहरिया'. के लिए भी लगा..)<br /><br />विस्तार से लिखिए..अठपहरिया....उनकी नियुक्ति..कार्य-कलाप के विषय में..इंतज़ार रहेगा.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-35421304811316851182012-06-14T09:39:39.840+05:302012-06-14T09:39:39.840+05:30जी , ज़रूर :)जी , ज़रूर :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-4605769894745995242012-06-14T09:38:58.420+05:302012-06-14T09:38:58.420+05:30सतीश भाई ,
आपने ध्यान नहीं दिया :)
@ पोस्ट का दू...सतीश भाई , <br />आपने ध्यान नहीं दिया :)<br /><br />@ पोस्ट का दूसरा पैरा ...<br />हम इन्द्रावती नदी घाटी का सर्वे करेंगे जहां बांध बनने से गांव / देव स्थान और बेशकीमती जंगल डूबने की संभावना है !<br /><br />@ पोस्ट का पांचवां पैरा ...<br />बांध बनने से डूब में आने वाले गांव , देव स्थान , सागौन के बेशकीमती जंगल , कैमरे में रिकार्डिंग , बराबर चालू थी !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-46791749107014257132012-06-14T09:33:40.737+05:302012-06-14T09:33:40.737+05:30उनके हिस्से / उनके विरसे के सुख , बाहर के लोग किस ...उनके हिस्से / उनके विरसे के सुख , बाहर के लोग किस तरह से लूट खसोट रहे हैं और वे ? बस जस के तस !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-92030980017286619242012-06-14T09:29:49.801+05:302012-06-14T09:29:49.801+05:30यहां तो सुबह सबेरे भी फाकाकशी ही थी :)यहां तो सुबह सबेरे भी फाकाकशी ही थी :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-16504724290327881462012-06-14T08:57:33.579+05:302012-06-14T08:57:33.579+05:30हम अपने अधिकतर सर्वे-साथियों सहित, ''सुबह ...हम अपने अधिकतर सर्वे-साथियों सहित, ''सुबह जो खा-पी लिया, उसी का भरोसा'', आदत वाले रहे हैं, समय बीत जाने के बाद भी अब तक आदत खास बदली नहीं और इसमें असुविधा नहीं होती.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-41646207256362490542012-06-14T08:55:25.883+05:302012-06-14T08:55:25.883+05:30आप अपने दोस्त को दिल्ली आने का निमंत्रण मेरी तरफ स...आप अपने दोस्त को दिल्ली आने का निमंत्रण मेरी तरफ से दे दें ...Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-79364219347438834142012-06-14T08:51:05.735+05:302012-06-14T08:51:05.735+05:30पूरी कहानी पढ़ी, अब समझ नहीं आ रहा कि आपको क्या कह...<b>पूरी कहानी पढ़ी, अब समझ नहीं आ रहा कि आपको क्या कहें ...<br /><br />गए काहे थे ?? </b>Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-43663198427747625502012-06-14T08:08:07.837+05:302012-06-14T08:08:07.837+05:30व्यवस्था के गोल चक्र में फंसे ये लोंग जहाँ के तहा...व्यवस्था के गोल चक्र में फंसे ये लोंग जहाँ के तहां फंसे हुए हैं , चाहे इंच भर हैसियत ना बदली , मगर हाड़तोड़ मेहनत के बाद सुकून भरी नींद और भरपूर सांस तो है !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-73010071090847548702012-06-14T07:50:25.846+05:302012-06-14T07:50:25.846+05:30'रहा' ही पढ़ा गया :)'रहा' ही पढ़ा गया :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-53210104222548091432012-06-14T07:48:58.851+05:302012-06-14T07:48:58.851+05:30अरविन्द जी ,
अच्छा हुआ जो हमारे साथी को आपने भी नि...अरविन्द जी ,<br />अच्छा हुआ जो हमारे साथी को आपने भी निपटा दिया , उसकी तैयारियां , और क्या क्या कहूं :)<br />हमारे बहाने आपको जो भी याद आया है उसे नेट पर डाल दीजिए ! अपनी यात्रा की व्यवस्था से हम तो दुखी थे ही / अब भी हैं , कम से कम आपके संस्मरण से सुखी हो लें :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-87722077399000575952012-06-14T07:41:55.334+05:302012-06-14T07:41:55.334+05:30रश्मि जी ,
कोई बात मन में हो पर याद नहीं आये तो कि...रश्मि जी ,<br />कोई बात मन में हो पर याद नहीं आये तो कितनी छटपटाहट / कितनी बेचैनी होती है ? मैं परेशान था !<br /><br />मैं जानता था कि इसका तोड़ आपके ही पास होगा ! बोल कहीं से भी जुगाड़े गये पर माध्यम तो आप ही हुईं :) अस्तु आप दोनों का धन्यवाद !<br /><br />अठपहरिया पर बहुत दिनों से एक पोस्ट लिखने का ख्याल कौंधता रहा है बस इसी लिए संक्षिप्त परिचय दिया , फॉण्ट छोटे होने की शिकायत जायज़ है !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-6763488272878886262012-06-14T07:31:11.342+05:302012-06-14T07:31:11.342+05:30संतोष जी ,
मुझे बेहद खुशी है कि आपने मेरी मंशा को ...संतोष जी ,<br />मुझे बेहद खुशी है कि आपने मेरी मंशा को समझा ! आप पहले टिप्पणीकार हैं जिन्होंने प्रविष्टि के आदि और अंत में निहित आशय पर ध्यान दिया है ! आपका हार्दिक आभार !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-62501318078428641842012-06-14T07:22:07.397+05:302012-06-14T07:22:07.397+05:30सही है !सही है !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-4212429900895045642012-06-14T06:28:01.887+05:302012-06-14T06:28:01.887+05:30*राह =रहा*राह =रहाArvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-74534258567323296872012-06-14T06:27:26.197+05:302012-06-14T06:27:26.197+05:30अच्छा संयोग राह काल ऐसे वक्त ही आयी जब मंजिल मिल ...अच्छा संयोग राह काल ऐसे वक्त ही आयी जब मंजिल मिल गयी ही ..<br />अच्छा हुआ अली साहब स्मृति की गली से निकल लिए .....<br />साथी तो सचमुच बौड़म था ...मुह्जे अपनी झांसी इंटीरियर की बेतवा नदी के गाँव <br />की याद हो आयी ..मगर वहां तो खातिरदारी का पूरा इंतजाम था ..पुआ था पुआल था <br />और था बहुत कुछ :)Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.com