tag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post100235856768955276..comments2023-10-30T13:19:42.453+05:30Comments on ummaten: अबे संतोष मैं तेरे लिये...उम्मतेंhttp://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-42228501776582974812010-05-23T12:28:55.199+05:302010-05-23T12:28:55.199+05:30मैं वामपंथी
मैं दक्षिणपंथी
मैं कुपंथी
मैं सुपंथी
म...मैं वामपंथी<br />मैं दक्षिणपंथी<br />मैं कुपंथी<br />मैं सुपंथी<br />मैं साम्प्रदायिक<br />मैं सैद्धांतिक<br />मैं अवसरवादी<br />.\.\<br />कितने मैं ...! <br />अब सिर्फ 'पंथी' हूँ।<br />..एक दूसरे अली की याद आ गई। कुछ शरारती टाइप के उसे जब चिढ़ाते तो वह बहुत गुस्साता और सबको 'सूअर के पिल्ले' कहता था। उसके बाद 'लाहौल बिला..'। मुझे आज तक समझ नही आया कि सूअर के पिल्ले कैसे हो सकते हैं ? <br />जूनियर सेक्सन के हिसाब से वह कुछ अधिक ही मैच्योर(?)था। सरस्वती पूजा के बाद कभी तिलक नहीं लगवाता और प्रसाद को फेंक देता। वहीं एक मुहम्मद _____ नाम का साथी भी था जिसे कोई फरक नहीं पड़ता था। लेकिन उसे कोई चिढ़ाने की हिम्मत भी नहीं करता था क्यों कि वह डायरेक्ट ऐक्शन माने 3-4 घूँसों और बाद में आचार्य जी लोगों से पिटने में यकीन रखता था।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-51782934613210060002010-05-16T22:09:08.522+05:302010-05-16T22:09:08.522+05:30जन्मदिवस की शुभकामना के लिए आपको बहुत धन्यवाद.जन्मदिवस की शुभकामना के लिए आपको बहुत धन्यवाद.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-60888631232753859652010-05-16T20:09:40.257+05:302010-05-16T20:09:40.257+05:30किसी को ऐसा ऐसा कर्म नहीं करना चाहिए कि जब मिलें त...किसी को ऐसा ऐसा कर्म नहीं करना चाहिए कि जब मिलें तो निगाहें शर्म से झुक जाएँ...<br />कोई देखे या न देखे अल्लाह देख रहा है...<br />कोई देखे या न देखे ईश्वर देख रहा है...देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-5724495598513739412010-05-16T10:50:22.099+05:302010-05-16T10:50:22.099+05:30दुखद है ये बेहद अफ़सोस हुआ ... :( : ( : (दुखद है ये बेहद अफ़सोस हुआ ... :( : ( : (Rahttps://www.blogger.com/profile/08726389437723424230noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-18356439806572548852010-05-16T00:43:57.062+05:302010-05-16T00:43:57.062+05:30संजीव जी ने मार्के की बात कही। उनसे सहमतसंजीव जी ने मार्के की बात कही। उनसे सहमतSanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-32259451408150530682010-05-15T21:34:42.708+05:302010-05-15T21:34:42.708+05:30किशोरावस्था में भेड़ धसान में ऐसा होता है किन्तु...किशोरावस्था में भेड़ धसान में ऐसा होता है किन्तु समय के साथ ही एवं संस्कार से ऐसी भावनांए धुल जाती हैं.<br /><br />संतोष का नजर ना मिला पाना उसके अफशोस को जता रहा था. ईश्वर उसे सदबुद्धि दे.36solutionshttps://www.blogger.com/profile/03839571548915324084noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-82530348439112572972010-05-15T19:52:06.558+05:302010-05-15T19:52:06.558+05:30दु:खद. इतना तो भला है कि आंख की शर्म बाक़ी रही.दु:खद. इतना तो भला है कि आंख की शर्म बाक़ी रही.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-52306777905845243772010-05-15T17:43:34.075+05:302010-05-15T17:43:34.075+05:30दुखद।दुखद।Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3486713072293488752.post-27248704820975632492010-05-15T16:26:17.363+05:302010-05-15T16:26:17.363+05:30Mere saath bhi aisa hi ek ajeebo gareeb waqaya hua...Mere saath bhi aisa hi ek ajeebo gareeb waqaya huaa..jo mujhe bahanse badhkar manti thee,usne achanak muh mod liya! Itnahi nahi,peethpeechhe badnami bhi!Aaj tak us sadme se ubhar nahi payi hun!kshamahttps://www.blogger.com/profile/14115656986166219821noreply@blogger.com